संतश्री आशारामजी बापू आश्रम, हरिद्वार में श्रीसतीश भाईजी के सान्निध्य में चार दिवसीय शिविर के तीसरे दिन "महर्षि मेंही" आश्रम, हरिद्वार से संतगण पधारे। सभी संतों ने पूज्य बापूजी को महान व निर्दोष संत बताते हुए उनके समर्थन में प्रवचन भी किये। श्रीसतीश भाईजी द्वारा सत्संग में सेवा की महत्ता बताये जाने पर बड़ी संख्या में साधकों ने नये सदस्य बनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर "ऋषि प्रसाद" की लघु नाटिका प्रस्तुत करने वाली बच्चिओं को पुरस्कार भी दिया गया।
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