Sunday, 8 December 2019

गीता जयंती - 8 दिसंबर

मोक्षदा एकादशी अर्थात् श्रीमद्भगवदगीता का उत्पत्ति दिवस, जिसे "गीता जयंती" के रूप में मनाया जाता है। श्रीमद्भगवदगीता ने किसी मत, पंथ की सराहना या निंदा नहीं की अपितु मनुष्य मात्र की उन्नति की बात कही है। गीता जीवन का दृष्टिकोण उन्नत बनाने की कला सिखाती है और युद्ध जैसे घोर कर्मों में भी निर्लेप कैसे रहें यह बताती है। मरने के बाद नहीं जीते जी मुक्ति का स्वाद दिलाती है गीता।

विदेशों में भी अब श्रीमद्भगवदगीता का महत्व समझ आने लगा है और स्कूल व कॉलेजों में इसका पठन आरम्भ हो गया है। भारत सरकार भी यदि बच्चों, युवाओं एवं देश का भविष्य उज्जवल बनाना चाहती है तो सभी स्कूलों एवं कॉलेजों में गीता का पठन अनिवार्य कर देना चाहिए।


No comments:

Post a Comment