अवतरण दिवस पर प्रेरणामूर्ति भारती श्रीजी ने की एक अनोखी शुरुआत।
माँस-मदिरा तथा फिल्मी गानों के अश्लीलतापूर्ण वातावरण के विपरीत, सत्संग व कीर्तन कर मनाई अवतरण दिवस की पूर्व संध्या- "कीर्तन नाईट विद कैम्पफायर"। समाज को मिला शांति, प्रेम व सौहार्द का उपहार।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में भक्तों द्वारा भेंट की गई, गाय के गोबर से बनी जैकेट पहन और नर्मदा नदी को 1700 फीट लम्बी चुनरी अर्पण कर, "श्रीजी" ने राष्ट्र को पर्यावरण संरक्षण के महत्व का संदेश भी दिया।
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