Monday, 27 February 2017
H. H. Asharam Bapu Ji Leela - Ashram Brahmpuri Rishikesh (योगी कथा अमृत)
पूज्य संतश्री आशारामजी बापू के सत्संग अमृत से एक प्रेरक प्रसंग:-
"धर्म के धन का कभी भी दुरूपयोग नहीं होना चाहिये। धर्म के धन के दुरुपयोग से, दुरुपयोग करने वाले की सात - सात पीढ़ियाँ बर्बाद हो जाती हैं। "
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