"धर्म की पहचान, संतों का ज्ञान"
#हिन्दू_धर्म_की_महानता हिन्दू संतों से ही है यह बात अब पूरा विश्व स्वीकार कर रहा है। विश्व बंधुत्व की बात हो या आपसी भाईचारे की, मानवमात्र के स्वास्थ्य की बात हो या सर्वत्र प्रेम व सौहार्द की बात हिन्दू धर्म में सभी का समावेश है। एक हिन्दू ही यह प्रार्थना कर सकता है :-
"सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामया,
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दु:ख भागभवेत।
ऊँ शांतिः शांतिः शांतिः।"
No comments:
Post a Comment