जो श्रद्धा से दिया जाये उसे "श्राद्ध" कहते हैं। श्रद्धा और मंत्र के मेल से की जाने वाली विधि श्राद्ध कहलाती है। जीवात्मा का अगला जीवन पिछले संस्कारों से बनता है, अतः श्राद्ध करके यह भावना की जाती है कि उसका अगला जीवन अच्छा हो। जिन पितरों के प्रति हम कृतज्ञता पूर्वक श्राद्ध करते हैं वह हमारी सहायता अवश्य करते हैं।
"Shraddh" is a sanskrit word which refers to anything that is done with utmost sincerity and faith. In Hindu Religion, people pay homage to their ancestors during "Shraddh".
Conceptually, this is a time period when we feel heartfelt gratitude for our deceased parents, forefathers and pray for them so that they can stay in peace. Poojas are performed and food is offered to priestly Brahmans.
"श्राद्ध" कैसे करें? किस ब्राह्मण को दें निमंत्रण? कौन से मंत्र से करें पितरों की तृप्ति? विस्तार पूर्वक जानने के लिये लिंक पर क्लिक करें 👇
No comments:
Post a Comment