रविपुष्यामृत योग
23 अक्टूबर 2016 - रविपुष्यामृत योग( सूर्योदय से रात्रि 08:40 तक )
बरगद के पत्ते पर गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें और दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलें। रविवार के साथ पुष्य नक्षत्र का संयोग "रविपुष्यामृत योग" कहलाता है। यह योग मंत्र सिद्धि व औषध-प्रयोग के लिये विशेष फलदायी है। इस योग में किया गया जप, तप, ध्यान, दान महाफलदायी होता है।
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