आज परम पूज्य संतश्री आशारामजी बापू आश्रम हरिद्वार, में साधकों द्वारा जप करते हुए तोरियाँ (सब्ज़ी) काटते समय उन पर उभरा “ॐ”। ये हैं पूज्य बापूजी द्वारा दिये गये संस्कार कि चाहे भोजन बनाओ चाहे खाओ अर्थात कुछ भी करो परंतु भगवान के नाम का स्मरण सतत होता रहे। इसका प्रभाव जड़ चीज़ों पर भी साफ देखा जा सकता है। अब #बिकाऊमीडिया इस विषय में कुछ कहे या ना कहे पर सच तो सच ही है।
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