15 August - Independence Day
देश आज़ाद हुआ पर क्या देश की मानवता आज़ाद हो पायी? निर्दोष संतों पर जेल में घोर अत्याचार, बिना कारण जेल की गुलामी व दोषियों को समाज में आज़ादी ये कैसा #IndependenceDay है? सच्ची आज़ादी तो वही है जो संत सम्मत हो। उसी में सभी का हित व कल्याण निहित है। संतों द्वारा समाज के लिये किये जाने वाले सेवा कार्यों को देखकर तो यही लगता है किें समाज को सच्ची आज़ादी केवल और केवल #आशारामबापूजी जैसे संतों द्वारा ही मिल सकती है। #विश्वगुरु_भारत
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