सोमवती अमावस्या पर विशेष मंत्र :-
जिनको धन की कमी है वो तुलसी माता की १०८ प्रदिक्षणा करें और "श्री हरि.... श्री हरि.... श्री हरि”.... का जप करें। ‘श्री’ माने सम्पदा, ‘हरि’ माने भगवान की दया पाना। तो ऐसा करने से गरीबी चली जायेगी। #Asaram Bapu Ji
सोमवती अमावस्या
कल 4 जुलाई 2016 सोमवार को (सूर्योदय से शाम 04:32 तक) सोमवती अमावस्या है। इस दिन किया गया जप - ध्यान लाख गुना फलदायी होता है। जितना फल दीवाली, जन्माष्टमी, होली और शिवरात्रि के दिनों में जप - ध्यान करने से होता है उतना ही फल सोमवती अमावस्या के दिन भी होता है | सोमवती अमावस्या के पर्व में स्नान - दान का बड़ा महत्त्व है। इस दिन मौन रहकर गंगा स्नान करने से हजार गौदान का फल मिलता है।
सोमवती अमावस्या के दिन पीपल और भगवान विष्णु का पूजन तथा उनकी 108 प्रदक्षिणा करने का भी विधान है। 108 में से 8 प्रदक्षिणा पीपल के वृक्ष को कच्चा सूत लपेटते हुए की जाती है। प्रदक्षिणा करते समय 108 फल पृथक रखे जाते हैं। बाद में वे भगवान का भजन करने वाले ब्राह्मणों या ब्राह्मणियों में वितरित कर दिये जाते हैं। ऐसा करने से संतान चिरंजीवी होती है। इस दिन तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता मिटती है।
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